सीएनई रिपोर्टर
यहां सड़क उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान भ्रष्टाचार के एक मामले का अजब तरीके से विधायक के समक्ष खुलासा हो गया। हुआ यूं कि उद्घाटन अवसर पर जब नारियल फोड़ने की रस्म अदा की गई तो सड़क पर मारने पर नारियल तो फूटा नहीं, सड़क में जरूर गड्ढा पड़ गया। यह देख विधायक आंख—बबूला हो गये और शिकायत मिलते ही जल शक्ति मंत्री ने संबंधित जेई और एई को तत्काल निलंबित कर दिया गया। साथ ही सड़क दोबारा बनाने के आदेश जारी कर दिये गये हैं।
दरअसल, निलंबन आदेश आने का यह मामला आज सोमवार दोपहर उत्तराखंड की सीमा से लगे बिजनौर जनपद के नहटौर का है। जानकारी के अनुसार नहटौर शाखा की पटरी पर बन रही सड़क के शुभारंभ में क्षेत्रीय विधायक पहुंचे थे। 1.16 की लागत से नहटौर शाखा की नहर की पटरी पर सिंचाई विभाग द्वारा करीब 07 किलोमीटर सड़क का निर्माण कराया जा रहा था, जो करीब 700 मीटर बन चुकी थी।
सदर विधायक सूची चौधरी ने गुरुवार को शुभारंभ करने के लिए जैसे ही नारियल सड़क पर मारा, नारियल तो टूटा नही अलबत्ता उस हिस्से की बजरी बिखर गई। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। विधायक सूचि चौधरी ने प्रेस वार्ता में जहां सिंचाई विभाग के अफसरों पर खुलकर भ्र्ष्टाचार के आरोप लगाए, वहीं जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र कुमार ने इस पर संज्ञान लेते हुए जेई शिवानी गुप्ता व एई सुरेन्द्र को निलंबित करने व सड़क दोबारा बनाए जाने के आदेश जारी कर दिए। इसके अलावा अधिशासी अभियंता सिचाई विभाग से पूरे मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है। भ्रष्टाचार का यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।