”क्या ईद दिवाली और क्या होली, हर एक दिवस त्यौहार करेंगें,
बरखा से डर न धूप से तू, आशियान तेरा गुलजार करेंगें।”
अल्मोड़ा। किसी शायर की यह चंद पंक्तियां इन दिनों जरूरतमंदों की सेवा में जुटी अल्मोड़ा पुलिस पर सटीक बैठती है। लॉकडाउन के दौरान हर मजबूर और जरूरतमंद की मदद का जो पाठ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने पढ़ाया है, उसका कार्मिक बड़ी ही तत्परता से पालन कर रहे हैं। इस बार भी पुलिस ने एक जरूरतमंद की बड़ी मदद की है।
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण से बचने हेतु लाॅकडाउन के चलते भुवन राम पुत्र गोविंद राम गांव पैली, पोस्ट तड़ागताल, खीड़ा चौखुटिया अल्मोड़ा कुछ दिनों पहले सपरिवार दिल्ली से अपने घर लगभग 15 साल बाद वापस आया। जिसका घर काफी जीण-क्षीर्ण हालत में था, इसी में रहने लगा, परन्तु बारिश के कारण घर की पूरी छत टपकनी शुरू हो गयी। भुवन राम अपने परिवार के साथ इस टपकती छत तथा खाद्य सामग्री की समस्या से बहुत परेशान हो गया। तब उन्होंने अपने ग्राम प्रधान के माध्यम से खीड़ा चौकी एवं मासी चौकी को सूचित किया। सूचना प्राप्त होने पर चौकी प्रभारी खीड़ा फिरोज आलम एवं चौकी प्रभारी मासी सुनील धानिक द्वारा मौके पर जाकर स्थिति को देखा तो दो कमरों का मकान जो काफी पुराना जीर्ण-क्षीर्ण हालत में था। तब दोनों चौकी प्रभारियों द्वारा निर्णय लिया कि भुवन राम के परिवार को बारिश से बचाने के लिए मदद किया जाना आवश्यक है। चौकी प्रभारी मासी एवं खीड़ा द्वारा अपनी टीम कानि संजय कुमार, अनिल सिंह, जबर, अनिल कुमार के साथ जाकर निजी व्यय पर घर की टपकती छत को मोटी तिरपाल ओढ़ाकर परेशान भुवन की मदद की गयी। जिससे वह निश्चिन्त अपने घर में रह सके तथा उनके परिवार हेतु राशन, खाद्य सामग्री, मास्क, सेनेटाइजर, दस्ताने, साबुन इत्यादि सहायतार्थ दी गयी। उन्हें पूरे अल्मोड़ा पुलिस की ओर से आश्वासन दिलाया गया कि यदि किसी भी चीज की या अन्य कोई भी समस्या हो तो हर सम्भव मदद की जायेगी।
पुलिस के इस मानवीय पहल से भुवन राम अत्यन्त भावुक हो उठा एवं खुशी के आंसुओं के साथ पुलिस का आभार व्यक्त किया।
मित्रो।
देर सबेर अपने घर आये।स्वागतम्।
“माता भूमि-पुत्र इहं पृथ्वीवया”
हालात सुधरने पर ही भेंट सम्भव ।बारिश तेज होगी ।घर को सुधारें ।कुछ धंधा प्रारम्भ अवश्य करें ।