अल्मोड़ा: 10 मिनट में दवा वितरण संबंधी कथित साझेदारी से AIOCD चिंतित

✍️ सीडीएससीओ तथा ड्रग कंट्रोलर को लिखे पत्र, गंभीर खतरों की आशंका जताई सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (AIOCD) ने…

10 मिनट में दवा वितरण संबंधी कथित साझेदारी से AIOCD चिंतित

✍️ सीडीएससीओ तथा ड्रग कंट्रोलर को लिखे पत्र, गंभीर खतरों की आशंका जताई

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (AIOCD) ने हाल ही में स्विगी इंस्टामार्ट और फार्मईज़ी के बीच डार्क स्टोर्स के माध्यम से 10 मिनट में दवाइयां वितरित करने के लिए हो रही कथित साझेदारी पर गहरी चिंता जताई है। एआईओसीडी ने भारत के डीसीजीआई को पत्र लिखकर अपनी चिंता से अवगत कराया है और स्पष्ट किया है कि यह कदम भारतीय कानून के तहत निर्धारित मानकों के खिलाफ है और इससे स्वास्थ्य एवं सुरक्षा से जुड़े कई गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं। उत्तरांचल औषधि व्यवसायी महासंघ के अध्यक्ष बीएस मनकोटी एवं महामंत्री अमित गर्ग ने भी इस संबंध में ड्रग कंटोलर को पत्र लिखकर विविध चिंताओं से अवगत कराया है।

संस्था के अध्यक्ष जेएस शिंदे और महासचिव राजीव सिंघल ने सीडीएससीओ के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा है कि भारत में दवाओं के वितरण के लिए कड़े नियम बने हैं, जो रोगी को सुरक्षा प्रदान करते हैं। मगर साझेदारी में उचित पर्चे की जांच और रोगी की पहचान जैसे महत्वपूर्ण मानकों की अनदेखी की आशंका है, जिससे आम नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। इसके अलावा ई-फार्मेसी के अनियंत्रित संचालन से समस्या में वृद्धि होने की आशंका है, क्योंकि इस प्रकार की साझेदारियां एएमआर से लड़ने के प्रयासों को कमजोर करती है। उन्होंने कहा है कि फार्मईज़ी, स्वयं विनियामक उल्लंघनों के कारण कई कानूनी मामलों में उलझा हुआ है। ऐसे में इसके साथ इस तरह की साझेदारी स्विंगी के लिए भी कानूनी और विनियामक जोखिम बढ़ा सकती है।

यह भी आशंका जताई है कि अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी मॉडल के चलते एक्सपायर या नकली दवाइयों की संभावना बढ़ सकती है, जो रोगी सुरक्षा के लिए हानि कारक है। इस प्रकार के मॉडल में आवश्यक गुणवत्ता मानकों का पालन संभव नहीं हो पाता। आर्गेनाइजेशन का मानना है कि ऐसी साझेदारियां न केवल कानूनी रूप से, बल्कि जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा की दृष्टि से भी चिंता का विषय है। इस चिंता के साथ सरकार से अनुरोध किया है कि इन मुद्दों की गहनता से समीक्षा की जाए और आवश्यक कदम उठाएं जाएं ताकि देश के नागरिकों को सुरक्षित और विश्वसनीय स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो सकें। यह भी कहा है कि एआईओसीडी पारंपरिक केमिस्टों की भूमिका को बरकरार रखने के लिए प्रतिबद्ध है और जनता की सुरक्षा के लिए किसी भी संभावित खतरे का सदैव विरोध करता रहेगा।


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