बिग ब्रेकिंग, अल्मोड़ा : जेल में नशे के धंधा, IG ने दिए 15 दिन के भीतर जांच के आदेश
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अल्मोड़ा जेल से चल रहे नशा तश्करी मामले में जेल विभाग ने सख्ती दिखाई है। इस मामले में जेल आईजी पुष्पक ज्योति ने हल्द्वानी जेलर को जांच के आदेश दिए हैं। हल्द्वानी जेलर को जांच रिपोर्ट 15 दिन में देने का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि विगत 23 नवंबर को एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने अल्मोड़ा समेत राज्य के कई जेलों में छापेमारी की थी। इस दौरान एसटीएफ ने अल्मोड़ा जेल से मोबाइल , नकदी समेत नशे का धंधा पकड़ा था। एसटीएफ की तफ्तीश में यह मालूम चला कि जेल में नशा तस्करी का यह पूरा नेटवर्क महिपाल और अंकित बिष्ट चला रहे थे। दोनों जेल से ही नशा तस्करी का नेटवर्क चला रहे थे। इसके बाद एसटीएफ ने जेल के बाहर तीन जिलों में इनके पांच ठिकानों पर भी छापे मारे थे और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
इस मामले के सामने आने के बाद जेल आईजी पुष्पक ज्योति हल्द्वानी जेलर को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है और 15 दिनों में रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
ज्ञात रहे कि अल्मोड़ा जेल में बंद बदमाशों द्वारा अंदर से अपना नेटवर्क चलाने का ये कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी अल्मोड़ा जेल से इस तरह के मामला सामने आ चुका है। जिसका खुलासा भी उत्तराखंड एसटीएफ ने किया था। उत्तराखंड एसटीएफ ने इसी साल 4 अक्टूबर को अल्मोड़ा जेल में छापेमारी की थी, तब एसटीएफ ने अल्मोड़ा जेल से चल रहे रंगदारी के मामले का खुलासा किया था। अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात अब्दुल कलीम फोन पर हरिद्वार के एक व्यापारी को जाने से मारने की धमकी दी थी और उससे रंगदारी मांगी थी। हालांकि, उत्तराखंड एसटीएफ की सक्रियता के कारण अब्दुल कलीम अपने मसूबों में कामयाब नहीं हो पाया था और उत्तराखंड एसटीएफ ने पहले ही इस मामले का खुलासा कर दिया है।