सीएनई रिपोर्टर
इतिहास इस बात का साक्षी है कि इंसानों ने हर विपरीत परिस्थित में भी अपने को जीवित रखते हुए सृष्टि के सर्वश्रेष्ठ प्राणी होने का दर्जा प्राप्त किया है। आज कोरोना महामारी से जूझ रहा देश और विश्व एक दिन जरूर इस महामारी से भी पार पा जायेगा, लेकिन पीछे कुछ ऐसी यादें छूट जायेंगी जो जीवन पर्यन्त शायद नही भुलाई जा सके।
कोरोना काल में हजारों लोगों ने अपनों को खो दिया है। कई जगह तो पूरे परिवार ही तबाह हो गये है। न जाने कितनी हंसती—खेलती जिंदगियां कोरोना ने लील ली है।
उत्तराखंड की बात करें तो यहां सरकारी आंकड़ों में अब तक 6 हजार 360 मौतें कोरोना की वजह से हो चुकी हैं। हालांकि मौतों का आंकड़ा इससे कहीं अधिक होने की भी पूरी सम्भावना है। चूंकि बहुत सम्भव है कि कोरोना के पिछले साल शुरूआत से लेकर आज तक न जाने कितनी मौतें प्रकाश में ही न आ पाई हों।
Uttarakhand : ब्लैक फंगस से अब तक 15 मौतें, 192 करा रहे उपचार, जानिये कहां कितने मरीज भर्ती
फिर भी शासन से प्राप्त आंकड़ों का यदि विश्लेषण करें तो सबसे अधिक देहरादून वालों ने अपनों को खोया है। यहां शनिवार तक 3131 मौतें हो चुकी हैं। दूसरे नंबर पर नैनीताल जनपद आता है, जहां कोरोना से 860 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं हरिद्वार में 826 मौतें हो चुकी हैं तथा उधम सिंह नगर में 687 की जान गई हैं।
आंकड़ों के अनुसार अन्य जनपदों में अल्मोड़ा में 134, बागेश्वर 46, चमोली 53, चंपावत 50, पौड़ी गढ़वाल 256, पिथौरागढ़ 109, रूद्रप्रयाग 70, टिहरी 66 तथा उत्तरकाशी में 72 मौतें कोरोना की वजह से हो चुकी हैं।
हालांकि अब इस बात का संतोष है कि मौतों का आंकड़ा कम होता जा रह है। साथ ही नये संक्रमित भी पहले के मुकाबले काफी कम संख्या में मिल रहे हैं। एक्टिव केस की बात करें तो हरिद्वार नंबर वन पर है। जहां कुल 7695 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। वहीं दूसरे नंबर पर देहरादून है, जहां 4271 लोग कोविड से जूझ रहे हैं।
ब्रेकिंग अपडेट : हल्द्वानी शहर में कंटेनमेंट जोनों की संख्या हुई शून्य, जिले में अब तक 860 मौतें
अन्य जनपदों के आंकड़ों के अनुसार अल्मोड़ा में 1502, बागेश्वर 1108, चमोली 2332, चंपावत 753, नैनीताल 2043, पौड़ी 3185, पिथौरागढ़ 1618, रूद्रप्रयाग 1617, टिहरी गढ़वाल 1796, उधम सिंह नगर 2176 तथा उत्तरकाशी में 1014 एक्टिव केस बताये जा रहे हैं।
वर्तमान में 9 हजार 182 की कोरोना रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जा रहा है।