नारायण सिंह रावत
सितारगंज। केंद्रीय कारागार के बंदी रक्षक ही काले कारोबार में शामिल थे। चारों मिलकर कैदियों को नशीला पदार्थ सप्लाई करते थे। इतना ही नहीं कैदियों को मोबाइल और ब्लूटूथ उपलब्ध कराने के भी आरोप थे। शिकायत की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने चारों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। रुद्रपुर निवासी एक महिला ने कुछ दिन पहले डीजीपी से मामले की शिकायत की थी। आरोप लगाया गया था कि दुष्यंत सिंह, पंकज नागियान, प्रभु सिंह और अश्विनी शर्मा कैदियों को बाहर से लाकर नशीला पदार्थ देते थे। इसके लिए सौदेबाजी भी की जाती थी। बताया जा रहा है कैदियों के परिजनों से चारों बंदी रक्षकों ने खातों में नकदी भी मंगाई। महिला के आरोपों की जांच क्षेत्राधिकारी सितारगंज ने की थी। जांच में पुष्टि होने का बाद चारों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।