लालकुआं। भाकपा (माले) राज्य कमेटी के नैनीताल- उधमसिंहनगर जिलों के सदस्यों की बैठक पार्टी कार्यालय, दीपक बोस भवन बिन्दुखत्ता में सम्पन्न हुई। बैठक शारीरिक दूरी के मानकों का पालन करते हुए मास्क पहनकर की गई। बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि, “देश में संविधान से ऊपर कोई नहीं, कोई संस्था, कोई पार्टी, कोई बहुमत से चुनी हुई सरकार भी नहीं लेकिन जिस तरह से 5 अगस्त को धर्म और राजनीति का घालमेल करके और उसे 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के बराबर बताया गया उसने आजादी आंदोलन की विरासत और संविधान की धर्मनिरपेक्ष अवधारणा पर आघात किया है।”
उन्होंने कहा कि, “कोरोना पर भाजपा राज्य सरकार का बिल्कुल तदर्थ रवैया चहुँ ओर दिखाई दे रहा है। रुद्रपुर, हल्द्वानी, अल्मोड़ा, गढ़वाल सभी जगहों पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ आपराधिक लापरवाही से पेश आने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं लेकिन त्रिवेंद्र रावत सरकार कानों में तेल डाले हुए है।”
माले राज्य सचिव ने बिन्दुखत्ता में दलित उत्पीड़न की घटना के मामले में आरोपी महिला की 6 दिन बाद भी गिरफ्तारी न होने पर रोष व्यक्त किया और कहा कि पूरे राज्य में इस उत्पीड़न की घटना पर लोग उद्वेलित हैं लेकिन स्थानीय विधायक की शर्मनाक चुप्पी ओढ़े हुए हैं।”
उन्होंने कहा कि, “अवैध शराब के माफिया के हौसले बुलंद हैं। लालकुआं बिन्दुखत्ता क्षेत्र में जब आंदोलन होता तो कुछ कार्यवाही हो जाती है लेकिन आमतौर पर पुलिस और राजनीतिक संरक्षण के चलते यह धंधा फल फूल रहा है बिन्दुखत्ता की महिलाओं के अवैध शराब के खिलाफ चल रहे आंदोलन का समर्थन करते हुए भाकपा माले इसपर रोक लगाने की मांग करती है।”
बैठक में ऐक्टू प्रदेश महामंत्री के के बोरा, किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद सिंह नेगी, बहादुर सिंह जंगी, विमला रौथाण, ललित मटियाली व डॉ कैलाश पाण्डेय ने भी अपने विचार व्यक्त किए।