हल्द्वानी। विश्व फोटोग्राफी दिवस पर आज पूरा दिन हम अपने पाठकों को दिखा रहे हैं उत्तराखंड के दमदार फोटोग्राफरों की कैमरों से उतारे गए नजारे।
इसी क्रम का छठवां भाग हाजिर है। अल्मोड़ा के अनुभवी छायाकार डा. महेंद्र मिराल के कैमरे से खींचे गए कुछ बढ़िया चित्र। डॉक्टर महेन्द्र सिंह मिराल ने पूर्व में हिमालयी के ग्लेशियरों पर वैज्ञानिक तरीके से लगभग दस वर्ष विस्तृत शोध किया है। उन्होंने गंगोत्री एवं मिलम (पिथौरागढ़) ग्लेशियर में कार्य किया है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली द्वारा यंग साइंटिस्ट फेलोशिप उन्हें प्राप्त हुई है। उनकी एक किताब ‘ गंगोत्री ग्लेशियर वैली ऑफ हिमालया: पैराडाइज इन पेरिल हो चुकी है। हिमालय के उच्च क्षेत्रों मै ट्रैकिंग और पर्वतारोहण का अनुभव है और वर्तमान में शैक्षिक कार्य एवं हिमालय के पर्यावरण पर शोध कार्य कर रहे हैं।
जिन फोटोग्राफरों की हम संपर्क नहीं कर पाए वे भी हमें अपने चित्र 7895783639 व्हाट्स नंबर पर भेज सकते हैं।
पांडव खोली द्वाराहाट
जय हो…
नयना भिराम हिमालय
बदरी से निकला है चांद…
पत्थर पर गिरगिट…