✍️ एसएसपी ने समस्याएं सुनी, क्राइम मीटिंग ली और दिए सख्त निर्देश
✍️ सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए ठोस कार्यवाही करने पर दिया जोर
✍️ बेहतर कार्य करने वाले पुलिस कार्मिकों को किया सम्मानित
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा ने आज मातहतों को सख्त निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए तत्परता से ठोस कार्यवाही करें। उन्होंने दो टूक चेतावनी दी कि यदि इसमें लापरवाही बरती गई, तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जनपद के प्रवेश मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने के भी निर्देश दिए। श्री पींचा ने आज यहां पुलिस लाइन सभागार में जिले के अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए। इस बैठक में मासिक अपराध समीक्षा की गई। इससे पहले सैनिक सम्मेलन में अधीनस्थ कार्मिकों की समस्याएं सुनीं और अंत में गत माह उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस कार्मिकों को सम्मानित किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आज सर्वप्रथम पुलिस लाईन अल्मोड़ा के सभागार में जनपद के समस्त पुलिस अधिकारियों के साथ क्राईम मीटिंग व पुलिस कर्मचारियों का सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों से उनकी व्यक्तिगत, सामूहिक एवं विभागीय समस्याएं पूछी और उनका निस्तारण करने के लिए सम्बन्धितों को निर्देशित किया। इसके बाद जनपद के समस्त थानों में दर्ज अपराधों, अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही एवं अपराधों के निस्तारण/ लम्बित विवेचनाओं की समीक्षा करते हुए उनके शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। साथ ही जनता से शालीन व्यवहार बनाने के लिए जोर दिया।
बैठक में ये दिये कड़े निर्देश
1— सड़क दुर्घटनाओं में लगाम लगाने के लिए ओवरलोडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने वालों, रैश ड्राईविंग, यातायात नियमों का उल्लघंन करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करें।
2— बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन के लिए लगातार प्रभावी वेरिफिकेशन ड्राईव चलायें।
3— समस्त थाना क्षेत्रों के स्कूलों, कॉलेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों के खुलने व बंद होने के समय पुलिस मोबाईल पार्टियों को सतर्क दृष्टि रखते हुए संदिग्धों की धरपकड़ करें।
4— नशे के विरुद्ध जीरो टालरेन्स नीति अपनाकर मादक पदार्थों की बरामदगी व नशा तस्करों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाए। साथ ही सख्त हिदायत दी कि नशे के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान में लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्यवाही होगी।
5— लम्बित ऑनलाईन/आफलाईन शिकायतों का निस्तारण, लम्बित माल मुकदमाती के निस्तारण, समन/नोटिस व वारंटों की शत प्रतिशत तामीली की जाए।
6— जनजागरुकता, नाबालिगों/महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों पर त्वरित कार्यवाही हो।
7— टीम बनाकर अभियोगों में वांछित/पुरस्कार घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी की जाए।
8— जनपद अल्मोड़ा के प्रवेश मार्गों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
9— साईबर शिकायतों को गंभीरता से लेकर साईबर सेल से आवश्यक सहयोग प्राप्त करते हुए अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करें।
उत्कृष्ट कार्य पर किया सम्मानित
जनपद अल्मोड़ा के साढ़े पच्चीस लाख से अधिक कीमत के 128 लोगों के गुम मोबाइलों को गैर जनपद, बाहरी राज्यों से बरामद करने में सराहनीय योगदान देने वाले एसओजी के कांस्टेबल बलवन्त प्रसाद को पुलिस ऑफिसर आँफ द मंथ चुना गया और उन्हें एसएसपी ने सम्मानित किया। चौकी प्रभारी जागेश्वर भगवान गिरी, चौकी प्रभारी धारानौला दिनेश परिहार, हेड कांस्टेबल दन्या गोपाल गिरी, अभिसूचना के कांस्टेबल दीपक कफल्टिया, हेड कांस्टेबल भतरोंजखान प्रकाश सिंह व श्रवण सैनी, हेड कांस्टेबल चौखुटिया मनोज कोहली, कांस्टेबल चौखुटिया विरेन्द्र पाल, फायर स्टेशन अल्मोड़ा के फायर मैन श्याम लाल व जीवन चंद्र जोशी, लीडिंग फायर मैन रानीखेत संदीप सिंह रावत व पुलिस लाइन अल्मोड़ा के कांस्टेबल प्रकाश चन्द्र को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हुए इनका उत्साहवर्धन किया।
बैठक में ये रही उपस्थिति
सीओ अल्मोड़ा विमल प्रसाद, सीएफओ नरेन्द्र कुंवर, सीओ संचार राजीव कुमार टम्टा, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी बिंदेश्वरी प्रसाद टम्टा, निरीक्षक नारायण सिंह, प्रभारी डीसीआरबी/सीसीटीएनएस अजय लाल साह, निरीक्षक एलआईयू मनोज भारद्वाज, प्रभारी निरीक्षक अल्मोड़ा जगदीश चन्द्र देउपा, प्रभारी निरीक्षक रानीखेत अशोक धनकड़, निरीक्षक पुलिस दूरसंचार उमाशंकर पाण्डे, एफएसओ महेश चन्द्र, निरीक्षक यातायात अल्मोड़ा दरबान सिंह मेहता, निरीक्षक यातायात राजेन्द्र सिंह, कंपनी कंमाडर, एसडीआरएफ, पीआरओ प्रमोद पाठक सहित जनपद के सभी थानाध्यक्ष, लाईन सूबेदार एवं समस्त शाखा प्रभारी व अन्य कर्मचारी गण मौजूद रहे।