शहीद कैलाश चंद रौतेला, स्मृति में ITBP ने लगाया शिलापट, जानिए कौन थे

✒️ आईईडी ब्लॉस्ट (IED Explosion) में हुई थी शहादत
नमन : शहीद कैलाश चंद रौतेला
जन्म : 28 दिसंबर 1966/बलिदान दिवस : 30 अगस्त 1999
ITBP put a plaque in the memory of Martyr Kailash Chand Rautela
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा/ मातृ भूमि के लिए अपनी शहादत देने वाले अमर शहीद कैलाश चंद रौतेला का बलिदान हिंदुस्तान कभी नहीं भूल सकता। आईटीबीपी ने अमर शहीद की याद में यहां कुमाऊं विश्वविद्यालय एसएसजे परिसर में ‘स्मृति पटल’ (शिलापट) स्थापित किया। जो कि युवा पीढ़ी को हमेशा उनकी याद दिलाता रहेगा।
जानिए कौन थे शहीद कैलाश चंद रौतेला
शहीद कैलाश चंद रौतेला देव भूमि उत्तराखंड के अल्मोड़ा नगर क्षेत्र अंतर्गत गंगोला मोहल्ला के निवासी थे। वह देश सेवा का संकल्प लेकर वर्ष 1988 में भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस में शामिल हुए थे। साल 1999 में जम्मू-कश्मीर में अपनी तैनाती के दौरान (कारगिल युद्ध) आईईडी ब्लास्ट में वीरगति को प्राप्त हुए।

एसपीजी में भी तैनात रहे थे कैलाश चंद
शहीद कैलाश चंद रौतेला ने शिक्षा एसएसजे परिसर (सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा, उत्तराखंड) से ग्रहण की थी। अपनी सेवाकाल में यह एस.पी.जी. में भी तैनात रहे थे। शहीद कैलाश चंद ने जम्मू-कश्मीर में सक्रिय ड्यूटी करते हुए अपने प्राणों का बलिदान देश की सेवा में दिया है। जिसे देश सदैव याद करेगा।

शहीद का परिवार
इनके परिवार में इनके पिता स्व. जगत सिंह रौतेला (रिटायर्ड इंस्पेक्टर), माता शांति रौतेला, बड़े भाई हेम चंद रौतेला के अलावा तीन बहनें नीमा खाती, प्रभा रौतेला, गीता रौतेला शामिल हैं।
तमाम गणमान्य लोगों की रही मौजूदगी
यह शिलापट भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा 31 मार्च, 2023 को सोबन सिंह जीना परिसर में लगाया गया। उक्त शिलापट का निर्माण भी आईटीबीपी द्वारा ही किया गया। इस मौके पर आईटीबीपी के डीआईजी, कमांडेंट सहित समस्त स्टॉफ मौजूद था। इस अवसर पर एसएसजे परिसर के प्रवक्ताओं, प्रशासनिक अधिकारियों एवं छात्र-छात्राओं ने शहीद कैलाश चंद को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

बहन प्रभा रौतेला ने किया दीप प्रज्जवलित, अर्पित किए पुष्प चक्र
इस मौके पर कैलाश चंद की बहन प्रभा रौतेला परिवार सहित उपस्थित थीं। उन्होंने आईटीबीपी की धुन के बीच पुष्प चक्र अर्पित किए। साथ ही दीप प्रज्जवल भी किया।
कार्यक्रम में प्रवक्ता प्रदीप बिष्ट (भौतिक शास्त्र), प्रो. ईला शाह (समाज शास्त्र), हेम (लेखाकार), दीपा साह (सभासद), ऋतु साह, अरूण रौतेला, ललित मोहन, सुरेंद्र सिंह बिष्ट सहित तमाम गणमान्य जन मौजूद रहे। ज्ञात रहे कि शहीद कैलाश चंद की माता शांति रौतेला का स्वास्थ्य खराब होने पर इनके बड़े भाई हेम चंद रौतेला और बहन गीता रौतेला कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए।
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