अल्मोड़ा। यहां तीन माह से बंद होटल, रेस्टोरेंट व मिठाई के व्यवसायी एक ओर व्यवसाय धराशायी होने से मुसीबत में हैं। अब तीन-तीन महीनों के एकमुश्त आ रहे पानी के बिल से आजिज आ चुके हैं। वह भी 15 फीसदी बढ़ोत्तरी के साथ। व्यवसायियों के इस दुखड़े से नगर व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष संजय साह ’रिक्खू’ भी चिंतित हैं। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन विधानसभा के उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चाैैहान को सौंपा है।
ज्ञापन में संजय साह ने कहा है कि लाकडाउन के चलते सरकार के दिशा निर्देशों के अनुरूप तीन माह पूर्व से होटल बंद हैं और होटल व्यवसायियों का व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित है। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। साथ ही होटलों में काम करने वाले कर्मचारी बेरोजगार से हो गए हैं। होटल व दुकानें बंद होने रहने से तीन माह की अवधि तक होटलों व रेस्टोरेंटों में पानी का इस्तेमाल नहीं हुआ, लेकिन पूर्व की भांति 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर होटल व रेस्टोरेंट व्यवसायियों से पानी का बिल वसूलने के लिए जल संस्थान दबाव बना रहा है और बिल नहीं देने की स्थिति में संयोजन काटने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा है कि संकट के दौर में ऐसा दबाव न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने पेयजल के बिलों में इस दफा हालातों को देखते हुए 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी को माफ करने की मांग की है और इसके लिए जल संस्थान के सक्षम अधिकारियों को निर्देश देने का अनुरोध किया है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से भी अपने स्तर से इस मामले पर प्रयास करने का अनुरोध किया है।
अल्मोड़ा: पानी के बिलों में बढ़ोत्तरी को लेकर रिक्खू चिंतित, चाैैहान को सौंपा ज्ञापन, वृद्धि वापस लेने की मांग
अल्मोड़ा। यहां तीन माह से बंद होटल, रेस्टोरेंट व मिठाई के व्यवसायी एक ओर व्यवसाय धराशायी होने से मुसीबत में हैं। अब तीन-तीन महीनों के…