अल्मोड़ा। यहां हवालबाग विकासखण्ड के महतगांव के ग्रामीणों ने वन पंचायत से पेड़ों के अवैध कटान का अरोप लगाते हुए आज जिलाधिकारी से मुलाकात की और दोषियों को दण्डित करने व वन पंचायत के पुनर्गठन की मांग की है।
ग्रामीणों के अनुसार बीते 11 मई को स्थानीय कुछ लोगों ने श्रमिकों के द्वारा वन पंचायत से चीड़ के कच्चे पेड़ों को कटवाया गया। श्रमिकों ने इस बावत कुछ स्थानीय लोगों ने नाम बताए हैं। ग्रामीणोें की शिकायत पर 12 मई को सोमेश्वर वन क्षेत्राधिकारी ने मौके से 12 चीड़ के बड़े पेड़ कटे पाए। इस बावत प्रभागीय वनाधिकारी को दी गई शिकायत के बाद भी वन विभाग द्वारा कोई कार्यवाही न करने पर ग्रामीणों में रोष है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव का सरपंच भी इस प्रकरण में संलिप्त हैं और उसके द्वारा बीते 10 सालों से वन पंचायत के विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिलाधिकारी से मिलने वाले ग्रामीणों ने बताया कि प्रथम दिन शिकायत पर सरपंच ने ग्रामीणों का साथ दिया, लेकिन इसके बाद वह इस पूरे प्रकरण से अपना पल्ला झाड़ रहा है। जिलाधिकारी अल्मोड़ा ने एसडीएम अल्मोड़ा को इस बावत आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए है। गांव में लगातार वन क्षेत्र से पेड़ों के काटे जाने से ग्रामीण अत्यधिक आक्रोशित है। गांव में इस बावत अनेक वृहद बैठकें हो चुकी हैं, जिसमें गांव में नई वन पंचायत गठित करने की मांग प्रमुख है। ग्रामीण इस बात पर आक्रोशित है कि लंबे समय से कुछ स्थानीय प्रभावशाली लोगों द्वारा श्रमिकों से इस प्रकार पेड़ कटवाए जा रहे हैं।
अल्मोड़ा : महतगांव के ग्रामीणों का भड़का आक्रोश, बोले वन पंचायत की भूमि पर तस्करों की नजर, दर्जन भर हरे पेड़ों का कटान
अल्मोड़ा। यहां हवालबाग विकासखण्ड के महतगांव के ग्रामीणों ने वन पंचायत से पेड़ों के अवैध कटान का अरोप लगाते हुए आज जिलाधिकारी से मुलाकात की…