✍️ धार्मिक स्थलों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए: चैतन्याकाश
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: सुंदरढूंगा में मंदिर निर्माण की जांच को लेकर टीम बुधवार को रवाना हो गई है। उप जिलाधिकारी कपकोट तथा पुलिस उपाधीक्षक ने टीम को ब्रीफ किया। टीम में 14 लोग शामिल हैं। जिसमें चार पुलिस, पांच एसडीआरएफ के अलावा राजस्व तथा वन विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। टीम बुधवार रात तक खाती पहुंच जाएगी।
टीम का पहला पड़ाव होगा, जबकि दूसरे दिन जांतोली में पड़ाव रहेगा। वहां जांच के बाद वह जांतोली लौट सकेंगे। उप जिलाधिकारी कपकोट अनुराग आर्य ने कहा कि टीम के भोजन आदि की व्यवस्था की गई है। टीम के आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस उपाधीक्षक अंकित कंडारी ने भी टीम को ब्रीफ किया। उन्होंने पुलिस कर्मियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
दैवीय मंदिरों पर राजनीति नहीं करें
बाल योगी चैतन्याकाश ने कहा कि देवी कुंड सुंदरढूंगा में एक प्राचीन देवी मंदिर था। जिसका जीर्णोद्वार क्षेत्र के लोगों ने किया है। क्षेत्रीय बैठक में बाछम, बदियाकोट, सोराग, खाती के लोग शामिल थे। सभी प्रमुख लाेगों के संज्ञान में था। सभी ग्रामीणों ने श्रमदान किया। बदियाकोट, बाछम के लोग वहां पूजा करने सैकड़ों वर्ष से जाते रहे हैं। देवीकुंड में कई वर्ष से पर्यटक रात्रि विश्राम करते थे। मांस-मदिरा का प्रयोग होता था। उन्होंने कहा कि ऐसे स्थान पर अनुचित कार्य कदापि नहीं होने चाहिए। बाल योगी चैतन्याकाश का कहना है कि गत वर्ष मां भगवती ने स्वप्न में मुझे आदेश दिया और यज्ञ करते समय अपने दर्शन दिए। आदेश के अनुसार उन्होंने वहां जाकर स्नान, पूजा व यज्ञ किया। मां भगवती को मनाया। उन्होंने कहा है कि सनातन धर्म के मंदिरों व दैवीय स्थानों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।