✍️ गैरलेख व पथरियां गांवों में गहराया पेयजल संकट
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: गैरलेख तथा पथरिया गांव में पेयजल संकट चरम पर है। ग्रामीणों ने जल संस्थान कार्यालय पर प्रदर्शन किया। पेयजल के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतवानी दी।
गांव के लोग बड़ी संख्या में जल संस्थान कार्यालय पहुंचे। उन्होंने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि 2009 में स्वैप योजना बनी। दूसरे चरण में टंकी का निर्माण हुआ। वर्तमान में टंकी में पानी की बूंद नहीं है। जलस्रोत सूख गया है। पेयजल नहीं होने से गांव के अलावा जूनियर हाईस्कूल तथा प्राथमिक विद्यालय में भी पानी की आपूर्ति ठप है। उन्होंने कहा कि बानणा गधेरे से नई लाइन बनाई जा सकती है।
उन्होंने बताया कि लगभग ढाई किमी लाइन बनने के बाद उसे स्वैप योजना के हेड से टेप किया जा सकता है। जिसके लिए 15 तथा 20 एमएम के पाइप लाइन बिछाई जा सकती है। वर्तमान में दोनों गांवों में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। जलस्रोत नहीं होने से लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए हैं। कई किमी चलकर वह सुबह से शाम तक पानी की व्यवस्था कर रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि शीघ्र पानी की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस दौरान हेमा देवी, भगवती देवी, इंद्रा देवी, लक्ष्मी देवी, नंदी देवी, जीवन सिंह, दुर्गा देवी, नवीन नाथ, राजेश गिरी, दिनेश नाथ संतोष नाथ, पुष्पा देवी, गोपाल नाथ, कैलाश नाथ, शिव सिंह आदि उपस्थित थे।